क्यों शूटिंग के दौरान उन पर छोड़ दी गई थी मधुमक्खियां- जैकी श्रॉफ
“देव आनंद की मूवी स्वामी दादा में बतौर जूनियर आर्टिस्ट फिल्म इंडस्ट्री में मेरा पहला दिन था। आज जब मैं उस फिल्म के बारे में सोचता हूं तो मुझे उसके दो शॉट्स याद आते हैं। शक्ति जी और एक और विलेन के साथ जब मैं वो शॉट दे रहा था, तो उस सीन में हमारे पीछे मधुमक्खियों को छोड़ा जाना था। एक्शन बोलते ही, मधुमक्खियों को छोड़ दिया गया और हम तेजी से दौड़े, लेकिन दौड़ते-दौड़ते मुझे ये एहसास हुआ कि ये कोई एक्टिंग नहीं, बल्कि रियल में हो रहा है”।
नई दिल्ली।
जयकिशन काकुभाई श्रॉफ उर्फ जैकी श्रॉफ को इंडस्ट्री में चार दशक हो चुके हैं और इतने सालों में उन्होंने अपने दर्शकों का मनोरंजन करने का कोई मौका नहीं छोड़ा है। 13 अलग-अलग भाषाओं में तकरीबन 250 से अधिक फिल्मों में काम कर चुके जग्गू दादा का फिल्मी सफर बिल्कुल भी आसान नहीं था। अपने करियर के शुरूआती दौर में ही नहीं, बल्कि जैकी श्रॉफ ने निजी जिंदगी में भी काफी कुछ झेला है।
मुंबई के तीन बत्ती इलाके में पले-बड़े जैकी श्रॉफ 11वीं कक्षा तक ही पढ़े हैं। उन्होंने अलग-अलग फील्ड में जॉब भी की है। साल 1982 में जैकी श्रॉफ ने फिल्म ‘स्वामी दादा’ में काम किया था, जिसमें मुख्य अभिनेता देव आनंद थे। इस फिल्म में करना तो जैकी श्रॉफ सेकंड लीड चाहते थे, लेकिन उनका ये सपना पूरा नहीं हुआ। इस फिल्म से जुड़े हुए एक किस्से के बारे में उन्होंने शेयर किया और बताया कि कैसे एक सीन की शूटिंग के दौरान उन पर मधुमक्खियां छोड़ दी गयी थी। आज थ्रो-बैक थर्सडे में हम आपको उस किस्से के बारे में बता रहे हैं| जैकी श्रॉफ ने इस इंटरव्यू में एक और मजेदार किस्सा शेयर किया था और बताया था कि वह देव आनंद की फिल्म ‘स्वामी दादा’ में सेकंड लीड निभाना चाहते थे, लेकिन ये किरदार उनकी जगह मिथुन चक्रवर्ती को मिल गया, क्योंकि वह उस समय पर बड़े स्टार थे।
हालांकि, देव आनंद ने उन्हें बिल्कुल भी निराश नहीं होने दिया और फिल्म में उन्हें एक रोल ऑफर किया। अपने रोल के बारे में बात करते हुए जैकी श्रॉफ ने कहा, “देव साहब ने मुझे कहा कि एक और रोल है मेरे लिए। भूमिका ये थी कि मुझे शक्ति कपूर के पीछे चुपचाप से खड़े रहना है। अब देव साहब को कोई इनकार कैसे कर सकता है, उनके कहने पर मैं किसी भी तरह की भूमिका निभा सकता था”।स्वामी दादा की स्टारकास्ट की बात करें तो फिल्म में देव आनंद के अलावा रति अग्निहोत्री, नसीरुद्दीन शाह और पद्मिनी कोल्हापुरे ने मुख्य भूमिका निभाई थी।